प्रदेश सरकार ने टोल फ्री नंबरों को और प्रभावी बनाने व ‘अपणि सरकार’ पोर्टल को मजबूत करने के निर्देश दिए। रजत जयंती पर हर जिले में प्रवासी पंचायत होगी।

टोल फ्री नंबर होंगे और मजबूत, अपणि सरकार पोर्टल होगा और आसान

टोल फ्री नंबरों के संचालन और ‘अपणि सरकार’ पोर्टल को और सशक्त बनाने के निर्देश, राज्य स्थापना की रजत जयंती पर हर जिले में होंगे प्रवासी पंचायत कार्यक्रम

देहरादून:

प्रदेश सरकार जनता से सीधा संवाद स्थापित करने और सुविधाओं को सरल बनाने की दिशा में लगातार प्रयासरत है। इसी क्रम में शासकीय आवास पर आयोजित एक महत्वपूर्ण बैठक में मुख्यमंत्री ने प्रदेश में संचालित सभी टोल फ्री नंबरों की जानकारी ली। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि इन टोल फ्री नंबरों के संचालन को और अधिक प्रभावी एवं पारदर्शी बनाया जाए ताकि आम जनता को शिकायत निवारण और सेवा प्राप्त करने में कोई कठिनाई न हो।

टोल फ्री नंबर होंगे और अधिक सशक्त

बैठक के दौरान इस बात पर जोर दिया गया कि टोल फ्री नंबर सिर्फ औपचारिकता के लिए नहीं, बल्कि वास्तव में जनता की समस्याओं को सुनने और हल करने का प्रमुख माध्यम बनें। अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए कि कॉल रिस्पॉन्स समय पर हो, शिकायतें दर्ज हों और उनका त्वरित समाधान सुनिश्चित किया जाए। इसके लिए नियमित मॉनिटरिंग और समीक्षा बैठकें भी आयोजित की जाएंगी।

‘अपणि सरकार’ पोर्टल को और मजबूत बनाने पर जोर

बैठक में मुख्यमंत्री ने ‘अपणि सरकार’ पोर्टल को और अधिक सशक्त और उपयोगकर्ता-अनुकूल बनाने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि यह पोर्टल जनता और सरकार के बीच एक डिजिटल सेतु है, जहां विभिन्न सेवाएं ऑनलाइन उपलब्ध हैं।

  • पोर्टल की सेवाओं को और सरल व सुगम बनाने की बात कही गई।
  • आम नागरिकों को आवेदन करने, शिकायत दर्ज कराने और जानकारी प्राप्त करने में आसानी हो।
  • पोर्टल की तकनीकी मजबूती और सेवा गति पर विशेष ध्यान दिया जाए।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि पोर्टल पर उपलब्ध सभी सेवाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार हो ताकि अधिक से अधिक लोग इसका लाभ उठा सकें।

राज्य स्थापना की रजत जयंती पर विशेष कार्यक्रम

बैठक के दौरान यह भी निर्णय लिया गया कि प्रदेश की राज्य स्थापना की रजत जयंती को यादगार बनाने के लिए विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इसके तहत प्रत्येक जिले में प्रवासी पंचायत कार्यक्रम आयोजित होंगे।

प्रवासी पंचायत कार्यक्रम की विशेषताएं

  • इन कार्यक्रमों में जिले से बाहर रह रहे गणमान्य लोगों को आमंत्रित किया जाएगा।
  • कार्यक्रमों का उद्देश्य प्रवासी जनों को राज्य की विकास यात्रा से जोड़ना होगा।
  • इससे न केवल सामाजिक संबंध मजबूत होंगे, बल्कि राज्य के विकास के लिए सुझाव और सहयोग भी प्राप्त होगा।

मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों और संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि इन कार्यक्रमों की तैयारियां समय पर पूरी कर ली जाएं। उन्होंने कहा कि राज्य स्थापना दिवस का यह विशेष अवसर न केवल अतीत को याद करने का है, बल्कि भविष्य के लिए नए संकल्प लेने का भी है।

जनता के हित में सरकार की पहल

बैठक से स्पष्ट है कि सरकार का मुख्य फोकस जनता को सरल, पारदर्शी और त्वरित सेवाएं प्रदान करना है। चाहे बात टोल फ्री नंबरों के संचालन की हो या फिर ‘अपणि सरकार’ पोर्टल के माध्यम से डिजिटल सेवाओं की—उद्देश्य यही है कि आम जनता को समय पर सुविधा मिले और वे सीधे तौर पर शासन से जुड़ सकें।

प्रशासनिक तैयारियां

सभी जिलों में कार्यक्रमों की तैयारियों के लिए अधिकारियों को जिम्मेदारियां सौंप दी गई हैं। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि आयोजन समयबद्ध तरीके से पूरे हों और प्रवासी जनों को आमंत्रण पत्र समय पर भेजे जाएं।

शासकीय आवास पर हुई इस बैठक से यह साफ संकेत मिला है कि सरकार न केवल तकनीकी सेवाओं को मजबूत कर रही है, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक जुड़ाव पर भी ध्यान दे रही है। टोल फ्री नंबरों की बेहतर व्यवस्था और ‘अपणि सरकार’ पोर्टल की मजबूती से जहां जनता को सुविधा मिलेगी, वहीं रजत जयंती पर आयोजित प्रवासी पंचायत कार्यक्रम राज्य की सामाजिक एकता और विकास यात्रा को नया आयाम देंगे।

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