दिल्ली के Burari Ola Service Centre पर ग्राहकों ने लगाया बदसलूकी और लापरवाही का आरोप। शिकायत न लेने और अभद्र भाषा के इस्तेमाल से नाराज़ Customer, पुलिस तक पहुँचा मामला। जानिए पूरी रिपोर्ट।
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दिल्ली के बुराड़ी स्थित ओला सर्विस सेंटर, जहां ग्राहकों और मैनेजर के बीच विवाद हुआ। |
दिल्ली के बुराड़ी स्थित ओला सर्विस सेंटर पर हंगामा: ग्राहकों की शिकायतें अनसुनी, मैनेजर और इंजीनियर पर अभद्रता के आरोप!
ग्राहकों का आरोप – न सर्विस सही, न व्यवहार; पुलिस तक पहुँची बात
दिल्ली के बुराड़ी इलाके में स्थित ओला इलेक्ट्रिक स्कूटर सर्विस सेंटर इन दिनों विवादों में घिर गया है। यहां आए ग्राहकों का आरोप है कि न केवल उनकी समस्याओं का समाधान नहीं किया जा रहा, बल्कि सर्विस इंजीनियर और मैनेजर ग्राहकों से अभद्र भाषा में बात करते हैं।
अमित का अनुभव – शिकायत ही दर्ज नहीं की गई
ग्राहक अमित ने बताया कि वह अपनी ओला स्कूटर की शिकायत लेकर सर्विस सेंटर पहुँचे। स्कूटर में ब्रेक शू और ब्रेक सेंसर की समस्या थी। लेकिन जब उन्होंने रिपेयर की बात कही तो सर्विस इंजीनियर ने जवाब दिया कि “पार्ट्स उपलब्ध नहीं हैं।”
अमित के अनुसार जब उन्होंने पूछा कि पार्ट्स कब आएंगे, तो इंजीनियर ने बेहद अपमानजनक लहजे में कहा
“ये मेरे बाप की कंपनी नहीं है, जब पार्ट्स आएंगे तब लगा देंगे।”
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ग्राहक का खराब पड़ा ओला S1 Pro स्कूटर, जिसकी शिकायत सर्विस सेंटर में भी दूर नहीं हुई। |
मैनेजर का रवैया और भी खराब
अमित ने जब मैनेजर को बुलाने की मांग की तो करीब एक घंटे बाद मैनेजर आए। ग्राहकों का आरोप है कि मैनेजर ने भी और अधिक अभद्रता दिखाई। यहां तक कि वह किसी पुलिसकर्मी से फोन पर बात करवा कर ग्राहकों को डराने की कोशिश करने लगे।
अमित ने बताया कि जब उन्होंने उस अनजान पुलिसकर्मी से बात करने से मना किया तो मैनेजर और भी आक्रामक हो गए।
PCR बुलाई , सामने आई हकीकत
स्थिति बिगड़ती देख पुलिस PCR मौके पर पहुँची। ASI सरोज कुमार के सामने ग्राहकों ने अपनी शिकायतें रखीं। जांच में पाया गया कि उस समय 8-10 अन्य ग्राहक भी अपनी-अपनी समस्याओं के समाधान के लिए परेशान बैठे थे। पुलिस के हस्तक्षेप के बाद मैनेजर से लिखित में लिया गया कि समस्याओं का समाधान कब तक किया जाएगा।
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ओला बुराड़ी सर्विस सेंटर मैनेजर द्वारा लिखी गई पर्ची, जिसमें समस्या कब तक सुलझाई जाएगी उसका ज़िक्र है। |
ग्राहकों के गंभीर आरोप
ग्राहकों का कहना है कि –
- सर्विस सेंटर में न कोई पढ़ा-लिखा मैनेजर है,
- न ही कोई सर्टिफाइड इंजीनियर,
- न ही मशीनें कैलिब्रेटेड हैं।
इन कारणों से न तो वाहनों की सही जांच हो रही है और न ही समस्याओं का समाधान।
सवालों के घेरे में ओला
यह कोई पहला मामला नहीं है जब ओला इलेक्ट्रिक स्कूटर्स की शिकायतें सामने आई हैं। बैटरी, ब्रेक और सर्विस से जुड़ी दिक्कतों को लेकर पहले भी कई बार ग्राहकों ने नाराज़गी जताई है। लेकिन कंपनी की तरफ से अब तक कोई ठोस कदम उठता नहीं दिख रहा।
ग्राहकों की अपील
परेशान ग्राहकों ने सरकार और संबंधित विभागों से मांग की है कि ओला सर्विस सेंटरों पर कड़ी कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में किसी ग्राहक को ऐसी स्थिति का सामना न करना पड़े।
आगे की राह
बुराड़ी सर्विस सेंटर की यह घटना केवल एक ग्राहक की परेशानी नहीं, बल्कि ओला इलेक्ट्रिक की सर्विस क्वालिटी और कस्टमर सपोर्ट सिस्टम पर बड़े सवाल खड़े करती है। जब इंजीनियर और मैनेजर ही ग्राहकों की समस्याओं को गंभीरता से नहीं लेंगे, तो भरोसा टूटना स्वाभाविक है।
ग्राहकों का साफ कहना है कि अगर कंपनी ने जल्द ही इस तरह की लापरवाहियों पर रोक नहीं लगाई और सर्विस क्वालिटी में सुधार नहीं किया, तो लोग इलेक्ट्रिक स्कूटर्स से मुंह मोड़ सकते हैं। अब देखना यह होगा कि ओला कंपनी इस विवाद पर क्या कदम उठाती है और क्या सरकार ऐसे सर्विस सेंटरों पर कार्रवाई करती है या नहीं।
Disclaimer (डिस्क्लेमर):
इस खबर में प्रकाशित जानकारी संबंधित ग्राहक और स्थानीय स्तर पर उपलब्ध रिपोर्ट्स पर आधारित है। Ola Electric अथवा Burari Service Centre की ओर से इस विषय पर आधिकारिक प्रतिक्रिया आना अभी बाकी है। हमारा उद्देश्य केवल घटनाक्रम को सामने लाना है, किसी व्यक्ति या संस्था की छवि को ठेस पहुँचाना नहीं।



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