दरिया बनी राजधानी: दिल्ली-NCR में भारी बारिश से हाहाकार, बुराड़ी अस्पताल रोड समेत कई इलाके जलमग्न, यमुना खतरे के निशान से ऊपर

दिल्ली-NCR में जलप्रलय! बुराड़ी अस्पताल रोड डूबी, राजधानी बनी दरिया

दरिया बनी राजधानी: दिल्ली-NCR में बारिश का कहर, बुराड़ी से सिविल लाइन्स तक जलभराव, यमुना खतरे के निशान से ऊपर

दिल्ली-NCR में भारी बारिश और यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुँचने से हालात बिगड़ गए हैं। बुराड़ी समेत कई इलाकों में सड़कों पर नदी जैसा नज़ारा, ट्रैफिक जाम और राहत शिविर डूबे। मौसम विभाग ने अगले कुछ घंटों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।

1. राजधानी का बदलता चेहरा दरिया बनी सड़कें

दिल्ली इस समय मानो दरिया में तब्दील हो गई है। यमुना का जलस्तर 207.46 मीटर से ऊपर पहुँच गया है, जिससे चारों तरफ पानी ही पानी फैल गया है। सिविल लाइन्स, मयूर विहार, कश्मीरी गेट और आसपास के रिहायशी इलाके पूरी तरह प्रभावित हैं।

2. बुराड़ी का हाल सड़कें बनी तालाब, अस्पताल रोड जलमग्न

उत्तर दिल्ली के बुराड़ी इलाके की स्थिति बेहद खराब है।

  • बुराड़ी अस्पताल रोड पूरी तरह से जलमग्न हो चुकी है। मरीजों और एंबुलेंस को अस्पताल तक पहुँचना मुश्किल हो गया है।
  • संत नगर, गली नंबर 8-12, और मुखर्जी नगर लिंक रोड पर पानी का स्तर कमर तक पहुँच गया।
  • कई जगहों पर नाले उफान पर हैं, जिससे घरों में गंदा पानी घुस गया है।
  • स्थानीय लोगों ने बताया कि बारिश थमने के बाद भी पानी निकलने का इंतजाम नहीं है, जिससे घंटों सड़कें तालाब बनी रहती हैं।

यानी बुराड़ी की तस्वीर राजधानी के उस हिस्से की है, जहाँ प्रशासन को तुरंत जल निकासी और सफाई व्यवस्था पर ध्यान देना होगा।

3. मौसम विभाग का अलर्ट  अभी खतरा टला नहीं

मौसम विभाग (IMD) ने अगले कुछ घंटों तक भारी बारिश और बिजली गिरने की संभावना जताई है।

  • गुरुग्राम और फरीदाबाद में ऑरेंज अलर्ट,
  • दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद में येलो अलर्ट जारी है।
    इसका मतलब है कि अगले 24 घंटे तक राहत की उम्मीद नहीं, बल्कि और चुनौती आने वाली है।

4. यातायात और बुनियादी ढाँचा चरमराया

  • NH-44 पर अलीपुर फ्लाईओवर का हिस्सा धंस गया, जिससे ट्रैफिक जाम और बढ़ गया।
  • रिंग रोड, विकास मार्ग, GTB नगर से बुराड़ी तक का रास्ता जलभराव से पूरी तरह प्रभावित है।
  • बसें और कारें पानी में आधी डूबी नज़र आ रही हैं।
  • दिल्ली मेट्रो की कई लाइनों पर देरी की खबरें हैं, वहीं एयरपोर्ट पर उड़ानों पर भी असर पड़ा।

5. राहत शिविर और सरकारी तैयारी

  • मयूर विहार और सिविल लाइन्स में बने राहत शिविरों में पानी घुस गया, लोग सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किए गए।
  • NDRF और स्थानीय प्रशासन ने कई इलाकों में नावें तैनात कीं, जिससे लोगों को बाहर निकाला जा सके।
  • बुराड़ी और यमुना पार के गांवों से भी सैकड़ों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया।

6. क्यों बिगड़ रही है स्थिति?

  • लगातार बारिश और यमुना में छोड़ा गया अतिरिक्त पानी।
  • नालों और सीवर की खराब स्थिति, खासकर बुराड़ी जैसे इलाकों में।
  • अवैध निर्माण और ड्रेनेज सिस्टम की क्षमता से ज्यादा लोड।
  • जलवायु परिवर्तन, जिससे मानसून की तीव्रता पहले से कहीं अधिक हो चुकी है।

7. समाधान की राह

  • बुराड़ी और यमुना किनारे इलाकों में ड्रेनेज अपग्रेड और पंपिंग स्टेशन की जरूरत।
  • आपात स्थिति में स्थानीय राहत केंद्रों को सुरक्षित जगहों पर शिफ्ट करना चाहिए।
  • लंबे समय में शहरी योजना में जल प्रबंधन को सबसे ऊपर रखना होगा।

राजधानी दिल्ली आज दरिया जैसी नज़र आ रही है। बुराड़ी अस्पताल रोड, संत नगर से लेकर सिविल लाइन्स तक जलभराव और बाढ़ का आलम है। लोग घरों से निकलने में असमर्थ हैं और सड़कें तालाब में बदल चुकी हैं।

हालांकि प्रशासन और बचाव टीमें सक्रिय हैं, लेकिन यह साफ है कि दिल्ली को भविष्य में ऐसी परिस्थितियों से बचाने के लिए बड़े स्तर पर तैयारी और तेज़ निर्णय लेने होंगे।


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