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दिल्ली में 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक ‘सेवा पखवाड़ा’, जनता को मिलेंगी 75 नई सेवाएँ व योजनाएँ। |
दिल्ली कैबिनेट का बड़ा फैसला: पीएम मोदी के जन्मदिन पर 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक मनाया जाएगा “सेवा पखवाड़ा”
दिल्ली कैबिनेट ने आज एक महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन (17 सितंबर) से लेकर 2 अक्टूबर (महात्मा गांधी जयंती) तक “सेवा पखवाड़ा” मनाने की घोषणा की है। इस दौरान दिल्ली सरकार 75 नई सेवाओं और योजनाओं को जनता को समर्पित करेगी। आयोजन का उद्देश्य प्रधानमंत्री मोदी के तप, त्याग और राष्ट्र के प्रति उनके समर्पण को नमन करना है।
क्या है “सेवा पखवाड़ा”?
“सेवा पखवाड़ा” दरअसल दो हफ्तों तक चलने वाला विशेष अभियान है, जिसका मुख्य मकसद जनसेवा, विकास और कल्याणकारी योजनाओं को तेजी से जनता तक पहुँचाना है।
इसमें नए प्रोजेक्ट्स का उद्घाटन, शिलान्यास और लंबे समय से अटके कार्यों की शुरुआत शामिल होगी।
दिल्ली में सेवा पखवाड़ा की खास बातें
दिल्ली सरकार ने इस अभियान को विशेष स्वरूप देने के लिए कई तैयारियाँ की हैं।
- 75 नई सेवाएँ और योजनाएँ –
शिक्षा, स्वास्थ्य, परिवहन, बिजली-पानी, डिजिटल सेवाओं और सामाजिक कल्याण से जुड़ी योजनाओं को लॉन्च किया जाएगा। - विकास परियोजनाओं का उद्घाटन –
दिल्ली में लंबे समय से रुकी हुई परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया जाएगा, जिससे नागरिकों को सीधी सुविधा मिलेगी। - जनकल्याण केंद्रित पहलें –
गरीबों, महिलाओं, बुजुर्गों और युवाओं के लिए विशेष योजनाएँ शुरू की जाएँगी। - जनभागीदारी पर जोर –
स्थानीय स्तर पर नागरिकों की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी, ताकि लोग योजनाओं का सीधा लाभ उठा सकें।
आयोजन का महत्व
“सेवा पखवाड़ा” सिर्फ योजनाओं की शुरुआत भर नहीं है, बल्कि यह जनता और सरकार के बीच भरोसे को मजबूत करने की दिशा में एक कदम है।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन को विशेष बनाने के लिए यह आयोजन किया जा रहा है।
- यह गांधी जयंती (2 अक्टूबर) तक चलेगा, जिससे सेवा और समर्पण की भावना को और मजबूती मिलेगी।
- इससे नागरिकों में यह संदेश जाएगा कि शासन और राजनीति का सबसे बड़ा उद्देश्य सेवा ही है।
पीएम मोदी को समर्पण
दिल्ली सरकार ने अपने बयान में कहा है कि यह आयोजन प्रधानमंत्री मोदी के उस जीवन को नमन है, जो पूरी तरह राष्ट्र की प्रगति और विकास के लिए समर्पित रहा है।
- मोदी जी ने गरीब कल्याण योजनाओं, डिजिटल इंडिया, स्वच्छ भारत मिशन, मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत जैसे अभियानों के जरिए जनता के जीवन में बड़ा बदलाव लाया है।
- “सेवा पखवाड़ा” उसी भावना को आगे बढ़ाने का प्रयास है।
नागरिकों की उम्मीदें
दिल्ली के लोग इस आयोजन से काफी उम्मीदें लगाए बैठे हैं।
- उन्हें लगता है कि रुके हुए काम पूरे होंगे और नई सुविधाओं का लाभ सीधे मिलेगा।
- युवाओं को रोजगार, डिजिटल सेवाओं और स्टार्टअप से जुड़े अवसरों की उम्मीद है।
- महिलाओं और बुजुर्गों को स्वास्थ्य और सुरक्षा योजनाओं में राहत मिलने की संभावना है।
दिल्ली में 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक होने वाला “सेवा पखवाड़ा” एक ऐसा आयोजन होगा, जिसमें सरकार की 75 नई सेवाएँ और योजनाएँ जनता तक पहुँचेंगी। यह सिर्फ एक राजनीतिक पहल नहीं, बल्कि जनसेवा और विकास को समर्पित अभियान है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन से शुरू होकर गांधी जयंती तक चलने वाला यह पखवाड़ा निश्चित ही नागरिकों को नए अवसर और सुविधाएँ प्रदान करेगा।
इस आयोजन से साफ है कि दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार, दोनों ही जनता के बीच सेवा और विकास की भावना को लेकर एकजुट हैं। अगर योजनाएँ समय पर पूरी होती हैं और जनता को सीधे लाभ मिलता है, तो यह कदम दिल्ली के विकास की दिशा में मील का पत्थर साबित हो सकता है।

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