चंपावत में अमोडी–सिप्टी सड़क पर बड़ा हादसा: लफड़ा के पास टैक्सी खाई में गिरी, 10 से अधिक यात्री घायल, सड़क की खराब स्थिति पर उठे सवाल

अमोडी-सिप्टी सड़क पर बड़ा हादसा, टैक्सी वाहन दुर्घटनाग्रस्त, 10 से अधिक लोग सवार

चंपावत में अमोडी–सिप्टी सड़क पर लफड़ा के पास टैक्सी खाई में गिरने से बड़ा हादसा, वाहन में 10 से अधिक यात्री सवार थे। जिलाधिकारी मौके के लिए रवाना, ग्रामीणों ने सड़क की खराब हालत को जिम्मेदार ठहराया।

चंपावत। टनकपुर–चंपावत राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्वाला डेंजर जोन में जाम लगने के कारण अधिकांश वाहन चालकों को वैकल्पिक मार्ग यानी अमोडी–सिप्टी–पाली–घुरचुम–छतकोट सड़क से गुजरना पड़ रहा है। इसी बीच शुक्रवार दोपहर इस मार्ग पर लफड़ा के समीप एक टैक्सी वाहन गहरी खाई में गिरकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। वाहन में 10 से अधिक यात्रियों के सवार होने की सूचना है।

जैसे ही हादसे की खबर फैली, आसपास के ग्रामीण मौके पर मदद के लिए पहुंचे और राहत-बचाव कार्य शुरू कर दिया। ग्रामीणों का कहना है कि सड़क की स्थिति बेहद खराब है। कई स्थानों पर बड़े गड्ढे बने हुए हैं और किनारों पर सुरक्षात्मक दीवार भी नहीं है, जिसके कारण इस तरह की दुर्घटनाओं का खतरा हमेशा बना रहता है।

सूत्रों के अनुसार, टैक्सी वाहन चंपावत की ओर जा रहा था। लफड़ा मोड़ के पास सड़क का एक हिस्सा अचानक धंस गया और वाहन अनियंत्रित होकर नीचे जा गिरा। हादसे के बाद कई यात्री घायल हो गए, जबकि कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है।

जिलाधिकारी चंपावत को घटना की सूचना मिलते ही वे तुरंत दुर्घटना स्थल के लिए रवाना हो गए। प्रशासन की टीम और पुलिस बल भी मौके पर पहुंच रही है ताकि घायलों को जल्द से जल्द अस्पताल पहुंचाया जा सके।

स्थानीय लोगों का आरोप

ग्रामीणों ने बताया कि प्रशासन और लोक निर्माण विभाग को कई बार सड़क की खस्ताहालत की जानकारी दी गई, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। लोगों का कहना है कि अमोडी-सिप्टी सड़क लंबे समय से उपेक्षा का शिकार है। बरसात के मौसम में गड्ढे और भी गहरे हो गए हैं और वाहनों का गुजरना बेहद मुश्किल हो गया है।

ग्रामीणों ने यह भी कहा कि जब-जब टनकपुर-चंपावत राष्ट्रीय राजमार्ग जाम होता है, वाहन इस वैकल्पिक मार्ग से होकर गुजरते हैं। ऐसे में इस सड़क का सुरक्षित और मजबूत होना बेहद जरूरी है।

प्रशासन की चुनौतियां

टनकपुर-चंपावत राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्वाला डेंजर जोन लंबे समय से हादसों और जाम के लिए बदनाम है। इसी कारण यात्री अक्सर अमोडी–सिप्टी मार्ग का सहारा लेते हैं। लेकिन यह मार्ग वर्तमान स्वरूप में भारी वाहनों और अधिक ट्रैफिक को झेलने में सक्षम नहीं है। यही वजह है कि सड़क पर बार-बार दुर्घटनाएं हो रही हैं।

जिलाधिकारी ने कहा है कि राहत-बचाव कार्य प्राथमिकता पर किया जा रहा है। घायलों को नजदीकी अस्पताल भेजा जा रहा है और गंभीर रूप से घायलों को बेहतर उपचार के लिए हायर सेंटर रेफर किया जाएगा। साथ ही, सड़क की स्थिति का भी स्थलीय निरीक्षण किया जाएगा।

ग्रामीणों की मांग

ग्रामीणों ने मांग की है कि या तो स्वाला डेंजर जोन को स्थायी रूप से सुरक्षित बनाया जाए या अमोडी–सिप्टी सड़क का तत्काल चौड़ीकरण और मरम्मत करवाई जाए। उनका कहना है कि जब तक सड़क को दुरुस्त नहीं किया जाता, तब तक इस तरह के हादसे बार-बार होते रहेंगे और निर्दोष लोगों की जान जाती रहेगी।

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