आज का पंचांग 3 सितम्बर 2025: परिवर्तिनी एकादशी तिथि, पूर्वाषाढ़ा व उत्तराषाढ़ा नक्षत्र, आयुष्मान व सौभाग्य योग, शुभ मुहूर्त, राहुकाल, सूर्योदय-सूर्यास्त और आज का धार्मिक महत्व


3 सितम्बर 2025 का पंचांग: तिथि, नक्षत्र और महत्व

आज का पंचांग 3 सितम्बर 2025 : परिवर्तिनी एकादशी तिथि, नक्षत्र, योग, शुभ मुहूर्त, राहुकाल और आज का महत्व

आज का पंचांग 3 सितम्बर 2025 (बुधवार) भाद्रपद शुक्ल पक्ष की परिवर्तिनी एकादशी। जानें तिथि, नक्षत्र, योग, शुभ मुहूर्त, राहुकाल, सूर्योदय-सूर्यास्त और आज का महत्व।

आज का पंचांग (3 सितम्बर 2025, बुधवार)

हिंदू पंचांग के अनुसार आज का दिन विशेष धार्मिक महत्व रखता है। भाद्रपद शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को परिवर्तिनी एकादशी कहा जाता है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से विशेष पुण्य फल प्राप्त होता है। आइए जानते हैं आज के दिन का विस्तृत पंचांग

  • दिनांक: 3 सितम्बर 2025
  • वार: बुधवार
  • तिथि: एकादशी तिथि (03:53 AM से प्रारंभ होकर 04:22 AM, 4 सितम्बर तक)
  • माह: भाद्रपद शुक्ल पक्ष
  • संवत्सर: पर्वधी नाम संवत्सर
  • विक्रम संवत: 2082
  • शक संवत: 1947

 नक्षत्र, योग और करण

  • नक्षत्र: पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र रात 11:08 बजे तक, इसके बाद उत्तराषाढ़ा नक्षत्र लगेगा।
  • योग: आयुष्मान योग शाम 04:17 बजे तक, इसके बाद सौभाग्य योग रहेगा।
  • करण: वणिज करण शाम 04:13 बजे तक, इसके बाद विष्टि (भद्रा) करण रहेगा और अगले दिन बव करण प्रारंभ होगा।

नक्षत्र और योग के अनुसार आज का दिन धर्म-कर्म और पूजा-पाठ के लिए उत्तम है।

सूर्योदय और सूर्यास्त

  • सूर्योदय: सुबह 06:13 बजे (लगभग, दिल्ली समयानुसार)
  • सूर्यास्त: शाम 06:38 बजे (लगभग)

शुभ मुहूर्त और राहुकाल

  • अभिजीत मुहूर्त: 11:55 AM से 12:45 PM
  • ब्रह्म मुहूर्त: 04:30 AM से 05:15 AM
  • राहुकाल (बुधवार): दोपहर 12:26 से 01:59 बजे तक

 राहुकाल के दौरान किसी भी नए या शुभ कार्य को शुरू करने से बचें।

आज का धार्मिक महत्व

भाद्रपद शुक्ल एकादशी को परिवर्तिनी एकादशी कहा जाता है। पुराणों के अनुसार इस दिन भगवान विष्णु योगनिद्रा में करवट बदलते हैं। इसीलिए इसे परिवर्तिनी एकादशी कहा गया है।

मान्यता है कि इस व्रत को करने से सभी पापों का क्षय होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है। जो भी व्यक्ति आज भगवान विष्णु का व्रत और पूजन करता है, उसे विशेष कृपा का लाभ मिलता है।

बुधवार का दिन स्वयं भगवान गणेश का है, इसलिए विष्णु पूजन के साथ गणेश जी की भी आराधना अवश्य करनी चाहिए।

आज के उपाय

  1. भगवान विष्णु को तुलसी दल और पीले पुष्प अर्पित करें।
  2. गणेश जी को दूर्वा और मोदक चढ़ाएं।
  3. गरीबों और ब्राह्मणों को दान करें, विशेषकर अन्न का दान।
  4. व्रत रखकर भगवान विष्णु के नाम का कीर्तन करें।

आज का दिन धार्मिक दृष्टि से अत्यंत पवित्र है। भाद्रपद शुक्ल एकादशी यानी परिवर्तिनी एकादशी व्रत करने से शुभ फल प्राप्त होते हैं। शुभ मुहूर्त का पालन करके पूजा करने से जीवन में सुख-समृद्धि और शांति आती है। राहुकाल का ध्यान रखें और सुबह से ही भगवान विष्णु की भक्ति में दिन की शुरुआत करें।

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